जिन्न की कहानी – Real Jinn Story in Hindi

Last Updated: 29 July 2025

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जिन्न की कहानी:- जिन्न नाम सभी ने सुना होगा, लेकिन आज इस कहानी में आप जिन्न के कुछ नए और बेहद खौफनाक रूप से रूबरू होंगे! कहा जाता है कि जिन्न का एक अलग अपनी दुनिया होती है।  उसके भी परिवार होते हैं, और खास बात तो ये है कि वो रूप बदलने में माहिर होते है, और वो इंसानी रूप में रोजमर्रा कि जिंदगी में मेरे और आपके बीच घूमते भी हैं!

कहानी की शुरुआत – एक गरीब परिवार की बेटी

यह बात है आज से लगभग ५५ या ६० साल पहले की, और ये बिलकुल सच्ची घटना है, यह कहानी एक मासूम लड़की कि है, जो जाने अनजाने में एक जिन्न की पर्लोभन में आ गई, और उसके बाद जो हुआ वो बिलकुल खौफनाक था. मिनी नाम की एक १९ वर्ष की लड़की थी।

वो अपने माँ बाप की एकलौती बेटी थी, लेकिन उसके घर की हालत बहुत ही दैनीय थी, उसके पिता मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे, हलावत यह थी कि जिस रोज उसके पिता को कोई काम मिलता तो उस दिन भोजन का इंतजाम होता वरना खाली पेट ही सोना पड़ता था, इतनी गरीबी होने के कारण मिनी का पढ़ाई लिखाई भी नहीं हो पाया।

रहस्यमयी सामान का मिलना

मिनी अकसर शाम के वक्त घूमने के लिए खेतों में जाती थी, और वहाँ एक विशाल मार्शल के पेंड़ के नीचे बैठती थी, उसके साथ उसकी सहेलियाँ भी जाती थी, एक दिन जब मिनी और उसकी एक दोस्त घूमने के लिए गई थी तो मिनी के साथ वाली लड़की के पैर में मौच आ गई और वो खेतों से जल्दी ही अपने घर चली गई, परंतु मिनी वही रही, वो उसी पेड़ के नीचे बैठी रही, और धीरे धीरे उसे नींद आ गई।

अचानक एक आवाज से मिनी की नींद खुली, आँख कूलने पर मिनी ने देखा की लगभग अँधेरा होने वाला था, यानि गोधली का वक्त हो रहा था, वो झट से उठी और घर जाने के लिए जैसे ही मुड़ी की उसकी नजर कोई वस्तु वार पड़ी, जब मिनी पास गई तो उसने देखा कि वहाँ इत्र और कुछ साबुन पड़ी हुई थी, उसने बिना कुछ सोचे उसे उठाया और खुशी खुशी घर चली गई।

जिन्न से सामना:

जब मिनी घर पहुँच तो उसकी माँ ने उस साबुन और इत्र के बारे में पूछी, इसपर मिनी ने झूठ बोला कि वो सब उसकी एक सहेली दी है जो काफी आमिर है, फिर आगे उसकी माँ ने उसे कुछ नहीं कहा, आज उसके पिता को काम मिला था इसलिए वो सभी भोजन करके सो गए! अगले दिन मिनी फिर उस पेड़ के पास गई वो आज भी अकेली ही थी, क्योंकि उसकी सहेली कि पैर अभी तक ठीक नहीं हुआ था,

कुछ देर बैठने के बाद मिनी जैसे ही घर जाने के लिए उठी तो उसने फिर कुछ सामान वहाँ पड़ा हुआ देखा, यह देख मिनी खुश हो गई और उसे उठाने के लिए जैसे ही बढ़ी कि उसे एक आवाज सुनाई दी ठहरो! यह सुन मिनी डर गई और धीरे से पीछे मुड़ी, मिनी ने देखा कि उसके सामने एक युवक खड़ा था जो सफ़ेद कुरता पहना हुआ था, उस युवक ने मिनी से कहा क्या तुम वो सामान लेना चाहती हो?


मिनी ने डर के मारे ना में अपना सर हिलाया, यह देख युवक ने मिनी से से कहा डरो मत, अगर तुम वो सामान लेना चाहती हो तो ले सकती हो, मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उसकी एक शर्त है!

जिन्न की शर्त

यह सुनकर मिनी ने कहा कैसी शर्त? इसपर वो युवक ने कहा मैं जनता हूँ कि तुम्हारा नाम मिनी है और तुम बहुत गरीब हो, और मैं तुमें इस गरीबी से बाहर निकाल दूँगा, तुम्हें जो चाहिए मैं तुम्हें वो सब दूँगा लेकिन तुमको मेरे साथ शादी करनी पड़ेगी. यह सब मिनी चुपचाप सुन रही थी, उस युवक ने फिर कहा मैं एक जिन्न हूँ, मिनी ने जैसे ही यह सुना उसके हाथ पैर कांपने लगे, यह देख उस जिन्न ने मिनी से कहा डरो मत मैं तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा!

जिन्न ने दिया मिनी को प्रलोभन

मैं तुम्हें बहुत आमिर बना दूँगा, तुमको मैं खूब पैसा दूँगा जिससे तुम और तुम्हारे माँ बाप अमीरी की जिंदगी जियोगी, तुम्हारा बहुत बड़ा घर हो जाएगा, तुम लोग अच्छे अच्छे भोजन कर सकोगी, तुम्हारी सेवा करने के लिए नौकर चाकर रहेंगें, और जब तुम्हारा शादी करने का मन होगा तब ही तुम मुझसे शादी करना।

मिनी को हुआ लोभ: और फस गई जाल में

यह सुन मिनी मन ही मन सोची की शादी की बात तो अभी दूर गई अभी हमको शादी करना भी नहीं है लेकिन अमीर होने का यह मेरा पहला और आखिरी चांस है, अगर मैं इस शर्त से इनकार कर देती हूं तो शायद मैं और मेरा परिवार जिंदगी भर गरीब ही रह जाएगी। मिनी ने यह सोचकर उस जिन को बोला मुझे तुम्हारा शर्त मंजूर है।

जिन्न ने दी मिनी को चेतावनी

यह सुनकर जिन्न बोला तुम एक बार फिर सोच लो क्योंकि बाद में तुम इस बात से इनकार करना भी चाहो तो तुम इनकार नहीं कर पाओगी। हां यह जरूर है कि मैं तुमसे कभी नहीं कहूंगा कि मुझे अब शादी करनी है जब तक की तुम्हारा शादी करने का मन नहीं होगा। लेकिन जब भी तुमको शादी करना होगा तुम मुझसे ही शादी करोगी।

इस पर मिनी फिर बोली हां मैंने सोच लिया मुझे तुम्हारा शर्त मंजूर है, अब तुम मुझे अमीर बनाओ, यह सुनकर जिन्न बोला फिलहाल तुम वह जो सामान रखा है उसे घर लेकर जाओ और कल फिर आना वो भी अकेली मैं तुम्हें कल पैसे दूंगा और मैं एक ही दिन में तुमको पैसे नहीं दूंगा रोज तुमको थोड़ा-थोड़ा करके पैसा दूंगा। यह सुन मिनी खुश हो गई और वह सामान उठाकर घर चली गई।

मिनी अब हर रोज शाम को वहां जाती और जिन्न उसको पैसे देता इस तरह करते-करते जिन्न मिनी को काफी अमीर बना दिया, करीबन 5 साल बीत गए, अभी तक मिनी शादी नहीं की थी जब भी उसके मां-बाप उसे शादी करने के लिए कहते तो वह शादी से इनकार कर देती थी, वह कहती थी कि उसे अभी शादी नहीं करनी है।

शादी की तैयारी

एक दिन उसके पिता और उसकी मां मिनी को अपने पास बिठाकर बोली बेटी मिनी अगर तुमको कोई बाद शादी करने से परेशान कर रही है या रोक रही है तो तुम मुझसे कह सकती हो, लेकिन अगर तुम बिना वजह शादी करने से मना करती रहोगी तो यह बात ठीक नहीं है। क्योंकि अब हम लोगों का भी उम्र हो गया है भगवान के घर से कब बुलावा आ जाएगा यह कोई नहीं जानता, इसीलिए अब तुमको शादी करनी ही पड़ेगी,

इस पर मिनी कुछ देर चुप रहने के बाद बोली मैं शादी करने के लिए तैयार हूं। आप मेरे लिए कोई अच्छा सा लड़का देखिए, यह सुनकर उसके मां-बाप बहुत खुश हुए और उसकी शादी की तैयारी करने लगे, मिनी को लगा कि जिन्न अब वह शर्त भूल चुका होगा, क्योंकि काफी समय हो गया मिनी उस पेड़ के पास नहीं गई थी क्योंकि उसके पास काफी पैसा हो गया था, और वह अब काफी धनवान हो गई थी इसीलिए वह अब उस पेड़ के पास जाना बंद कर दी थी।

जिन्न का आतंक

शादी के एक दिन पहले रात के समय जब मिनी अपने घर में अपने खुद के कमरे में सो रही थी तब उसने देखा कि बाहर अचानक तेज आंधी चलने लगी यह देख मिनी डर गई और अपने मां के पास चली गई, लेकिन वह तूफान प्राकृतिक नहीं थी वह जिन्न मिनी को लेने आया था।

और वह काफी गुस्से में था। अचानक मिनी और उसकी मां के सामने एक भयंकर शक्ल वाला जिन्न प्रकट हो गया और उसने मिनी से कहा क्या तुम अपनी शर्त भूल गई? तुम मुझे धोखा दे रही थी, लेकिन शायद तुमको यह नहीं पता कि मेरी नजर तुम पर हमेशा थी, भले ही तुम उस पेड़ के पास आना बंद कर दी लेकिन मैं तुम्हें देखने हर रोज आता था।

मिनी को हुआ अपनी गलती का एहसास

यह सुनकर मिनी डर के मारे कांपने लगी उसकी मां को भी समझ में नहीं आ रहा था कि वह जिन्न आखिर मिनी से यह सब क्यों कह रहा था।

छलावा – ये भी सच्ची डरावनी कहानी अवश्य पढ़ें।

लेकिन उससे पहले कि मिनी अपने सफाई में कुछ बोलती उससे पहले वह जिन्न उसकी मां से बोल मैं तुम्हारी बेटी को लेने आया हूं, आज तुम्हारे पास जो धन है वह मैंने ही मिनी को दिया है और बदले में इससे एक वादा लिया था कि वह मुझसे शादी करेगी, लेकिन वह मुझे धोखा दे रही थी इसलिए अब मैं इसे लेने आया हूं और इसीलिए लेकर जा रहा हूं। इतना बोलकर जिन्न मिनी को उठाया और हवा की गति से वहां से चला गया। उसकी मां को कुछ समझ में आए उससे पहले जिन्न और उसकी बेटी मिनी गायब हो गई थी।

यह सब देख उसकी मां जोर जोर से रोने लगी, रोने की आवाज सुनकर मिनी के पिता जो की बाहर में थे शादी की तैयारी में लगे हुए थे वह और मोहल्ले के लोग घर के अंदर आए और जब मिनी के पिता ने उसकी पत्नी से रोने का कारण पूछा तो उन्होंने रोते हुए सारा वृतांत अपने पति को बताया यह सब सुनकर उसके पति यानी मिनी के पिता भी काफी रोने लगा। उन लोगों को शायद यह पता था कि जिन्न कभी कोई बात नहीं भूलता और अब उसकी बेटी वापस नहीं आने वाली थी।

सीख – क्या था इस डरावनी कहानी का मकसद?

दोस्तों यह कहानी एक सच्ची घटना है जिसे मेरी नानी ने मुझे सुनाई थी। हालाँकि इसमें कितनी सच्चाई है
मैं यह सपष्ट तौर पर नहीं कह सकता, इस कहानी से हम कुछ ज़रूरी बातें सीख सकते हैं:

  • जल्दी अमीर बनने का लालच न करें।

  • हर चीज़ की एक कीमत होती है।

  • अंजान लोगों से दूरी बनाना ज़रूरी है।

  • कोई भी शॉर्टकट अंत में खतरनाक हो सकता है।

निष्कर्ष

मिनी ने शायद उस जिन्न को सीरियस नहीं लिया था, वह अमीर बनने के चक्कर में अपने कल की प्रवाह किए बिना उस जिन्न की शर्त मान ली थी जो कि नहीं माननी थी। अगर वह उस दिन जिन्न की बात नहीं मानी होती तो वह आज भले ही गरीब रहती लेकिन अपने मां-बाप के करीब रहती।

दोस्तों आपको यह कहानी कैसी लगी और आपने इससे क्या सिखा कमेंट में जरुर बताएं।

Hello friends, I’m Avinash Singh, passionate about reading and writing horror stories. I’m always curious about mysterious places and scary tales. That’s why I started *Bhut Ki Kahani* to share my own stories and real incidents with you.

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